चौपाल संवाद, फतेहपुर। सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय में फैले भ्रष्टाचार और दलालों के हावी रहने की लगातार शिकायतें मिलने के बाद जिलाधिकारी सी. इंदुमती के औचक निरीक्षण के दूसरे दिन कार्यालय में दहशत हावी रही। कार्य कराने आने वाले तमाम लोगों को कार्यालय के बाबू जहां निर्धारित काउंटर के बाहर रहकर कार्य कराने के लिए निर्देशित करते रहे। वहीं रोजाना की तरह फाइल लेकर लिपिकों की टेबल पर पहुंचने वाले दलाल नदारद दिखाई दिए। कार्यालय का माहौल बिल्कुल बदला हुआ दिखाई दे रहा था।
डीएम का औचक निरीक्षण
ज्ञात रहे कि एआरटीओ कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार की शिकायत शासन तक जाने के बाद जिलाधिकारी सी. इंदुमती द्वारा गुरुवार को औचक निरीक्षण किया गया था। डीएम के निरीक्षण के दौरान बाहरी लोगों को पिछले दरवाजे से बाहर भागना पड़ा था। दलालों की इस तरह सरकारी कार्यालयों में घुसपैठ और भागने का नजारा देखकर डीएम का पारा हाई हो गया। डीएम सी. इंदुमती ने एआरटीओ पुष्पांजलि मित्रा गौतम से भी जमकर नाराजगी जाहिर करते हुए पूरे घटनाक्रम की वीडियोग्राफी करवाए जाने के साथ ही खड़े हुए वाहनों एवं दलालों की पहचान कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। डीएम की इस कार्रवाई से दलालों के साथ ही एआरटीओ कार्यालय के बाबुओं में भी हड़कंप मच गया। कार्रवाई के अगले दिन भी सभी में दहशत देखने को मिली।
बंद रही मार्केट, पसरा रहा सन्नाटा
डीएम की घुड़की का असर रहा कि निरीक्षण के अगले दिन कार्यालय से तमाम दलाल नदारत रहे। एआरटीओ कार्यालय के बगल में बनी मार्केट में संचालित फोटोकॉपी व लोकवाणी समेत स्टेशनरी की दुकानें बंद रहीं। जानकारों के मुताबिक, इन्हीं दुकानों की आड़ में दलालों द्वारा रैकेट संचालित किया जाता था। डीएम की सख्ती के चलते अधिकांश दुकानें बंद रहीं।
एक्शन में दिखीं एआरटीओ
डीएम की नाराजगी को देखते हुए एआरटीओ पुष्पांजलि मित्रा गौतम भी एक्शन में नजर आईं। अपने चैंबर से दिन में कई बार बाहर निकलकर बाबुओं के पटल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें किसी पटल के अंदर अनावश्यक भीड़ दिखाई दी तो संबंधित बाबुओं को भी जमकर फटकार लगाई और निर्धारित खिड़की के बाहर से ही फाइलों को लेकर कार्य करने का निर्देश दिया।