कानपुर। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज, कानपुर के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की ओर से हेल्थ केयर सेफ्टी एंड क्वालिटी इंस्टीट्यूट के तत्वावधान में चार दिवसीय कार्यशाला “ISO 15189:2022 – मेडिकल लैबोरेटरी: रिक्वायरमेंट्स ऑफ क्वालिटी एंड कंपेटेंसी” विषय पर आयोजित की जा रही है। यह कार्यशाला 28 जुलाई तक चलेगी।
65 लोगों को नए नियमों से कराया जाएगा अवगत
माइक्रोबायोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष सुरैया खानम अंसारी ने बताया कि जो भी लैब चल रही हैं, वे अब तक ISO 2012 के नियमों के आधार पर चल रही थीं। इसमें अब कुछ परिवर्तन किया गया है ताकि लैब की रिपोर्ट और सटीक और अच्छी बन सके। इस चार दिवसीय कार्यशाला में कानपुर और आसपास के जनपदों के लगभग 65 डॉक्टरों और मेडिकल लैबों में कार्यरत विभिन्न हेल्थ केयर वर्कर्स ने प्रतिनिधि के रूप में रजिस्ट्रेशन कराया है। ये अपनी लैब को और अपग्रेड करने के बारे में सीखेंगे। शुरू के दो दिन इन लोगों को थ्योरी बताई जाएगी। इसके बाद आखिरी दिन मॉकड्रिल कराई जाएगी।
ये लोग देंगे प्रशिक्षण
विभाग के मीडिया प्रभारी डॉ. विकास मिश्रा ने बताया कि इस कार्यक्रम में एनएबीएल की ट्रेनिंग इंचार्ज अंजली तिवारी, डॉ. सोनल अमित, यतेन्द्र प्रशिक्षण देंगे, जोकि बताएंगे कि किन-किन मानकों को हमें पूरा करते हुए चलना चाहिए, तभी हम सही रिपोर्ट तैयार कर पाएंगे और जांच की गुणवत्ता को बेहतर बना सकेंगे।
दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ
राजकीय मेडिकल कॉलेज, कानपुर देहात के प्रधानाचार्य डॉ. सज्जन लाल वर्मा, मेडिकल कॉलेज की उप प्रधानाचार्य डॉ. रिचा गिरी, एसआईसी डॉ. आरके सिंह ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यशाला में लैब में होने वाली विभिन्न प्रकार की जांचों की गुणवत्ता और सटीक रिपोर्ट एवं नए मानकों के अनुसार करने की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। इससे लैबों को भविष्य के लिए एनएबीएल के सर्टिफिकेशन लेने में आसानी होगी।