सुल्तानपुर/लखनऊ, एजेंसी। राहुल गांधी गृहमंत्री अमित शाह मानहानि केस में शुक्रवार को सुल्तानपुर कोर्ट पहुंचे। लौटते वक्त राहुल ने अचानक अपना काफिला एक मोची की दुकान पर रुकवा लिया। गाड़ी से उतरकर राहुल मोची राम चौत की दुकान पर पहुंचे। चप्पल की सिलाई की। उनसे पूछा कि जूते कैसे बनाते हो। करीब 5 मिनट तक राम चौत से बातचीत के बाद राहुल वहां से निकल गए। राम चौत ने राहुल से कहा-मैं गरीब हूं। थोड़ी मदद कीजिए। राहुल ने नीट छात्र से भी मुलाकात की। कहा कि पेपर लीक होनहार छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।
इससे पहले, गृहमंत्री अमित शाह की मानहानि केस में राहुल सुल्तानपुर की कोर्ट में पेश हुए। यहां उन्होंने बयान दर्ज कराए। जज से कहा-मैं निर्दोष हूं। मेरे खिलाफ राजनीतिक साजिश हुई है। मैं सारे आरोपों से इनकार करता हूं। मेरी और मेरी पार्टी की छवि को धूमिल करने के लिए आरोप लगाए गए हैं। राहुल करीब 16 मिनट तक कोर्ट रूम में रहे। 12 अगस्त को इस मामले में अगली सुनवाई होगी। राहुल के पहुंचने के पहले कोर्ट में जबरदस्त भीड़ हो गई।
राहुल पर आरोप है कि 2018 में कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने कहा था-अमित शाह हत्या के आरोपी हैं। इस बयान के खिलाफ सुल्तानपुर में भाजपा नेता विजय मिश्रा ने 2018 में मानहानि का केस दर्ज कराया था। इसी मामले में सुनवाई हुई। दिसंबर 2023 में इस मामले में राहुल के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ था, जिस पर राहुल ने 20 फरवरी को कोर्ट में सरेंडर करके जमानत कराई थी।
राहुल गांधी ने सुल्तानपुर में नीट के एक छात्र से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश में लगातार हो रहे पेपर लीक, होनहार छात्र एवं उनके परिवारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। छात्रों को पढ़ाई के लिए स्वस्थ और पारदर्शी माहौल देना ही हमारा संकल्प है।
मोची राम चौत ने बताया कि राहुल गांधी ने कोई सामान नहीं खरीदा। अपने लिए कुछ नहीं बनवाया। जो जूते बना रहा था, उसे छूकर देखा। पूछा- कैसे बनाते हो। उन्होंने एक चप्पल की सिलाई की। राम चौत के बेटे राघव ने बताया कि राहुल गांधी से मिलकर अच्छा लगा। पहले मैं भी यही काम करता था, लेकिन लोग रिस्पेक्ट नहीं करते थे। इसलिए अब मजदूरी करता हूं।