नई दिल्ली, एजेंसी। इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी सरकार को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने बर्बर करार दिया है। इस्राइल की ओर गाजा में किए जा रहे हमलों को प्रियंका ने नरसंहार की कार्रवाई बताया। प्रियंका ने कहा शर्मनाक है कि कई पश्चिमी देश इस्राइल की बर्बरता का समर्थन कर रहे हैं।
दरअसल इस्राइल के राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू का अमेरिकी संसद में जोरदार स्वागत किया गया था। उनके भाषण के दौरान दो बार लोगों ने खड़े होकर तालियां बजाईं थीं। इस पर प्रियंका ने कहा कि अब गाजा में हो रहे नरसंहार में मारे जा रहे नागरिक, माता-पिता, डॉक्टर, नर्स, सहायता कर्मी, पत्रकार, शिक्षक, लेखक, कवि, वरिष्ठ नागरिकों और हजारों मासूम बच्चों के बारे में बोलना पर्याप्त नहीं है। हर सही सोच वाले व्यक्ति की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वह इस हिंसा और नरसंहार का खुलकर जवाब दे। साथ ही दुनिया की हर सरकार को इस्राइल सरकार के इस कदम की निंदा करनी चाहिए और इसे रोकने की पहल करनी चाहिए। प्रियंका गांधी ने कहा कि सभ्यता और नागरिकता का दावा करने वाले इस्राइल की यह हरकतें स्वीकार नहीं की जानी चाहिए। बावजूद इसके इस्राइल के प्रधानमंत्री का अमेरिकी संसद में स्वागत किया जा रहा है।
नेतन्याहू कहते हैं कि यह संघर्ष बर्बरता और सभ्यता के बीच है, यह ठीक भी है। मगर उनको यह मानना होगा कि वह और उनकी सरकार ही बर्बर है। इसके अलावा शर्म की बात यह है कि इस्राइल की इस बर्बरता का पश्चिमी देश समर्थन कर रहे हैं। बताया जाता है कि कांग्रेस नेता गाजा में इस्राइल की कार्रवाई के खिलाफ पहले भी आवाज उठाती रही हैं और फलीस्तीनियों के साथ एकजुटता व्यक्त करती रही हैं।