फतेहपुर, उत्तर प्रदेश — सावन माह के दौरान स्थानीय पुलिस द्वारा मटन, चिकन और मछली की दुकानें जबरन बंद कराए जाने पर नाराज दुकानदार गुरुवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने जिलाधिकारी सी. इन्दुमती को एक ज्ञापन सौंपकर अपनी समस्या से अवगत कराया और न्याय की मांग की।
ज्ञापन का विवरण
समाजसेवी मो. आसिफ एडवोकेट की अगुवाई में लाला बाजार, छोटी बाजार, कजियाना, बिंदकी बस स्टॉप और अन्य क्षेत्रों के मटन, चिकन और मछली के दुकानदार कलेक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने जिलाधिकारी को बताया कि सावन का महीना चल रहा है और पुलिस ने बिना किसी सरकारी निर्देश के उनकी दुकानें बंद करवा दी हैं। दुकानदारों ने कहा कि इससे उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है, बच्चों की स्कूल फीस और मरीजों का उपचार मुश्किल हो गया है, क्योंकि उनकी आजीविका का यही एकमात्र साधन है।
दुकानदारों की मांग
दुकानदारों ने जिलाधिकारी से अपील की कि शहर का यह मार्ग कांवड़ मार्ग नहीं है, इसलिए उन्हें अपनी-अपनी दुकानें खोलने की अनुमति दी जाए। ज्ञापन देने वालों में शमशाद, शाहनवाज, नवाब, आरिफ अंसारी, सलीम, रमजान, मोहम्मद सलमान और इमरान भी उपस्थित थे।
निष्कर्ष
मटन, चिकन और मछली विक्रेताओं ने अपने ज्ञापन में जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाई है और अपनी दुकानों को पुनः खोलने की अनुमति मांगी है। उन्होंने बताया कि दुकानें बंद होने के कारण उन्हें गंभीर आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। अब जिलाधिकारी के निर्णय पर निर्भर करेगा कि इन दुकानदारों की समस्या का समाधान कैसे किया जाएगा।