फतेहपुर, उत्तर प्रदेश — ससुरालीजनों की प्रताड़ना और पुलिस से सहयोग न मिलने पर एक पीड़ित महिला ने अपने चार मासूम बच्चों के साथ जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई।
पीड़ित महिला की कहानी
जाफरगंज थाना क्षेत्र के ग्राम बगलन निवासी रानी देवी ने जिलाधिकारी को लिखे शिकायती पत्र में बताया कि दो वर्ष पूर्व उसके पति अखिलेश की सर्प काटने से मृत्यु हो गई थी। रानी देवी के चार छोटे-छोटे बच्चे हैं और आर्थिक तंगी के चलते उनका परिवार भुखमरी की कगार पर है। वह किसी तरह मजदूरी करके अपने बच्चों का लालन-पालन कर रही है।
ससुरालीजनों की प्रताड़ना
रानी देवी ने आरोप लगाया कि उसके ससुर राम बहादुर ने उसके पति के हिस्से की जमीन जबरन छीन ली और उसे गाली-गलौच कर घर से भगा दिया। देवर ननद नीतू, सरिता, सीता, पुष्पा और सरला ने उसके घर का छप्पर और बर्तन तोड़ दिए, जिससे बारिश के दौरान वह और उसके बच्चे बेहद परेशान हो गए।
जानलेवा प्रयास और पुलिस की उदासीनता
रानी देवी ने यह भी बताया कि 26 मई को उसे पानी में जहर देने की कोशिश की गई थी, जिसकी पुष्टि अमौली स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों ने इलाज के दौरान की। ससुरालीजनों द्वारा बार-बार मारपीट की घटनाओं के बावजूद थाने में उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है, जिससे वह अपने मासूम बच्चों के साथ दर-दर भटकने को मजबूर है।
न्याय की अपील
पीड़िता रानी देवी ने जिलाधिकारी से दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने और न्याय दिलाने की अपील की है। उसने अपने शिकायती पत्र में अपने और अपने बच्चों के लिए सुरक्षा और सहायता की गुहार लगाई है।
निष्कर्ष
यह घटना ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचार और उनके न्याय के लिए संघर्ष की एक महत्वपूर्ण कहानी है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस को ऐसे मामलों में संवेदनशीलता और तत्परता के साथ कार्यवाही करनी चाहिए, ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।