कानपुर: बजट में सोने पर कस्टम ड्यूटी में 15% से 6% की कटौती की घोषणा के बावजूद, सभी सर्राफा बाजारों में सोने के भाव में अपेक्षित गिरावट नहीं आई है। इस वजह से ग्राहकों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस गलतफहमी को दूर करने के लिए ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन ने स्पष्टीकरण जारी किया है।
भ्रम की स्थिति का स्पष्टीकरण: ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोरा और राष्ट्रीय महासचिव नितिन केडिया ने बताया कि ग्राहक सोने के भाव को लेकर कंफ्यूज्ड हैं। ग्राहक बजट के पहले के 75,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव में 9% की कटौती करके गणना कर रहे हैं, जो सही नहीं है। ग्राहक के हिसाब से सोने का भाव 68,500 रुपये प्रति 10 ग्राम होना चाहिए, जबकि आज सोने का भाव 71,500 रुपये प्रति 10 ग्राम है। बजट आने से पहले सोने का बेसिक भाव 65,000 रुपये था, जिस पर एमसीएक्स ने 1,000 रुपये ड्यूटी काटकर 64,000 रुपये बेसिक भाव माना था। इस पर 15% कस्टम ड्यूटी और 3% जीएसटी जोड़ने पर 75,500 रुपये प्रति 10 ग्राम का भाव बनता था।
सही गणना का तरीका: राष्ट्रीय महासचिव नितिन केडिया ने बताया कि अब बजट के बाद बेसिक भाव 65,000 रुपये पर 6% कस्टम ड्यूटी और 3% जीएसटी जोड़ने पर सोने का भाव 71,000 रुपये प्रति 10 ग्राम बन रहा है। ग्राहकों को पहले के भाव पर कुल 9% घटाकर गणना नहीं करनी चाहिए, क्योंकि इससे भ्रम की स्थिति बन रही है।
आज का सही रेट: सही गणना के अनुसार, 65,000 रुपये के बेसिक भाव पर 9% जोड़ने पर सोने का भाव 70,850 रुपये प्रति 10 ग्राम बन रहा है। यही रेट आज कानपुर के साथ ही उत्तर प्रदेश और देश के सभी बाजारों में लगभग चल रहा है और मान्य है।
इस स्पष्टीकरण से ग्राहकों को सोने के सही भाव की जानकारी मिलेगी और भ्रम की स्थिति दूर होगी। ग्राहकों को बजट के बाद के सही रेट्स के आधार पर ही खरीदारी करनी चाहिए।