– मंदिरों में उमड़ी भीड़, शिवभक्तों में दिखा गजब का जोश

– शहर के ताम्बेश्वर मंदिर में भक्तों ने लाइन में लगकर किया जलाभिषेक

चौपाल संवाद फतेहपुर: सावन मास के पहले सोमवार पर दोआबा के शिवालयों में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। सुबह से ही श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में शिवालयों में भगवान भोले शंकर का जलाभिषेक किया। श्रद्धालु लाइनों में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए। सावन का पवित्र महीना भगवान भोले शंकर का माना जाता है, इसलिए इस मास में भगवान भोले शंकर की पूजा अर्चना और रुद्राभिषेक का विशेष महत्व है।

इस बार सावन मास में शुक्रादित्य योग, बुधादित्य योग, नवपंचम योग, गजकेसरी योग, कुबेर योग और शशि योग का दुर्लभ संयोग बन रहा है, जिससे श्रावण मास का महत्व कई गुना बढ़ गया है।

ताम्बेश्वर महादेव मंदिर में उमड़ी भीड़

शहर स्थित प्राचीन और पौराणिक ताम्बेश्वर महादेव मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। भगवान भोले के भक्त उन्हें प्रिय वस्तुएं जैसे गंगाजल, बेलपत्र, दूध और शहद आदि से अभिषेक कर रहे हैं। इसके अलावा जिले के अन्य शिवालयों में भी भोर पहर से भक्तों का पहुंचना शुरू हो गया। जलाभिषेक करते हुए हर हर महादेव के जयकारों से मंदिर गुंजायमान रहे।

थवईश्वर में रहा भक्तों का रेला

बहुआ क्षेत्र के थवईश्वर मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ जुटी। पुलिस प्रशासन को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी। महिला एवं पुरुषों की अलग-अलग लाइनें लगवाई गईं, जिससे बारी-बारी से भक्तों ने मंदिर पहुंचकर भोले शिवशंकर की आराधना की।

मेला परिसर में लगे मेले में लोगों ने अपने जरूरत के सामानों की खरीदारी भी की। इस शिवालय में दूर-दूर से भक्त पहुंचकर पूजा अर्चना करते हैं और अपने घर-परिवार की सुख-समृद्धि के लिए बाबा भोलेनाथ से अर्जी लगाते हैं। माझिल गांव स्थित महादेव मंदिर में भी भक्त पूजा के लिए लाइन में लगे रहे।

इन मंदिरों में भी उमड़ी आस्था

जाफरगंज क्षेत्र के अर्गलेश्वर, सिद्धेश्वर धाम लालपुर दरौटा, गहरूखेड़ा स्थित भरथरीश्वर शिव मंदिरों में भक्तों ने जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना की। हथगाम के मनकामेश्वर मंदिर में सुबह से श्रद्धालुओं का मंदिर में जलाभिषेक एवं पूजा-अर्चना निरंतर चलती रही।

भक्तों में दिखा गजब का उत्साह

सावन माह के पहले सोमवार को भक्तों में पूजा-अर्चना को लेकर गजब का उत्साह रहा। भोर से ही भक्तों की भीड़ मंदिरों की ओर निकल पड़ी। शिवलिंग पर बेल पत्र आदि चढ़ाकर भक्तों ने विधिवत पूजा-अर्चना की।

शहर समेत ग्रामीणांचलों के शिवमंदिरों में भोर पहर से हवन-पूजन का सिलसिला चलता रहा। पूरे दिन शिव मंदिर जयकारों व घंटा घड़ियालों की आवाज से गुंजायमान रहे। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चप्पे-चप्पे पर पुलिस जवान मुस्तैद रहे।