कानपुर में 5 लाख लोगों के सामने जलसंकट बरकरार
जल निगम और जलकल की दोनों लाइन में लीकेज, 17 जुलाई से जलापूर्ति की उम्मीद
कानपुर। कानपुर के सर्वोदय नगर में फटी मुख्य पाइप लाइन की मरम्मत के लिए तीसरे दिन खुदाई पूरी हो गई है। अब गड्ढे से पानी निकाला जा रहा है। इस वजह से दक्षिणी क्षेत्र के 5 लाख लोगों को तीसरे दिन रविवार को भी पानी नहीं मिला। आज और कल भी पानी नहीं मिलेगा। 17 जुलाई से जलापूर्ति की उम्मीद है।
जलसंकट का कारण
गंगा बैराज की क्षतिग्रस्त मुख्य पाइपलाइन के ऊपर बिछी जलकल विभाग की पाइपलाइन भी टूटने से लीकेज की मरम्मत का काम प्रभावित हो रहा है। इसके चलते 16 जुलाई को पानी मिलने की उम्मीद खत्म हो गई है।
प्रमुख घटना
12 जुलाई को सर्वोदय नगर में गंगा बैराज वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से दक्षिणी क्षेत्र में पानी की आपूर्ति करने वाली मुख्य पाइपलाइन फट गई थी। तब से बैराज से पांडुनगर, शास्त्री नगर से लेकर दक्षिणी क्षेत्र में पानी की आपूर्ति ठप है। करीब 5 लाख लोगों के सामने जलापूर्ति संकट बना हुआ है।
मरम्मत का कार्य
जल निगम ने 13 जुलाई को मरम्मत के लिए खुदाई शुरू की। पता चला कि मुख्य पाइपलाइन के ऊपर स्थित जलकल विभाग की पाइपलाइन में भी लीकेज है। जलकल विभाग ने 13 जुलाई को ही देर रात तक मरम्मत कर दी। इसके बाद रविवार को तीन बार गड्ढे से मिट्टी निकालने और पानी निकालने का काम किया गया। देर शाम मुख्य पाइप लाइन तक खुदाई हो गई। अब गड्ढे से पानी निकाला जा रहा है।
जल निगम के अवर अभियंता अनुराग सिंह ने बताया कि मिट्टी धंसकने से दिक्कत हो रही है। कोशिश की जा रही है कि 16 जुलाई को यह कार्य पूरा हो जाए ताकि 17 जुलाई को लोगों के घरों तक पानी पहुंच सके।
प्रभावित मोहल्ले
रावतपुर, सर्वोदय नगर, विजय नगर, काकादेव, शास्त्री नगर, बर्रा दो, साकेत नगर, निराला नगर, उस्मानपुर, किदवई नगर, गोविंद नगर, शास्त्री चौक, गोस्वामी नगर समेत 40 मोहल्लों में पानी नहीं आ रहा है।
पानी के फ्री टैंकर के लिए संपर्क
जलकल विभाग के जीएम के अनुसार जिन मोहल्लों में पानी की दिक्कत हो, वहां के लोग जलकल विभाग कंट्रोल रूम का फोन नंबर 0512-2549018 डायल कर सूचना दे सकते हैं। वहां पानी का टैंकर निशुल्क भेजा जा रहा है।
यह जलसंकट न केवल स्थानीय निवासियों के लिए कठिनाई पैदा कर रहा है, बल्कि इस स्थिति ने प्रशासन के लिए भी एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। जल निगम और जलकल विभाग की संयुक्त प्रयासों से उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही यह समस्या सुलझ जाएगी और लोगों को राहत मिलेगी।