लखीमपुर खीरी, एजेंसी। लखीमपुर में बाढ़ के बीच बहन के शव को कंधे पर लादकर दो भाई 5 किलोमीटर पैदल चलकर घर पहुंचे। जब एक भाई थकता तो दूसरा बहन के शव को कंधे पर लादकर चलने लगता। दोनों थक जाते तो शव को जमीन पर रखकर थोड़ी देर आराम करते। फिर शव कंधे पर लेकर निकल पड़ते। दोनों करीब 2 घंटे में अपने घर पहुंचे। घटना बुधवार की है, लेकिन वीडियो आज सामने आया है।
मैलानी थाने के एलनगंज महाराज नगर की शिवानी 12वीं की छात्रा थी। पलिया में रहकर पढ़ाई करती थी। 2 दिन पहले उसकी तबीयत बिगड़ी। टाइफाइड की शिकायत के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। बुधवार को ज्यादा हालत बिगड़ी तो डॉक्टरों ने लखीमपुर रेफर कर दिया। लखीमपुर ले जाते समय शिवानी ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। आगे रास्ता ब्लॉक था तो शव को नाव, पैदल और बाइक से घर तक ले गए।
शिवानी के चाचा हरिओम ने बताया, “भतीजी को पलिया के डॉक्टरों ने रेफर कर दिया तो हम उसे लखीमपुर ले जाने लगे। मैं और दोनों भतीजे शिवानी को कार से लेकर अतरिया गेट तक आए। बाढ़ के कारण पलिया-भीरा मार्ग की सड़क बह गई थी। आगे रास्ता ब्लॉक था। इस बीच शिवानी ने दम तोड़ दिया। इसके बाद हम शव लेकर घर जाने लगे। यहां से हम लोगों ने नाव से करीब 3 किलोमीटर का सफर किया। फिर टूटी रेलवे लाइन तक आए। यहां से दोनों भतीजे कंधे पर शव लेकर रेलवे लाइन पर करीब 5 किलोमीटर चले।”
यह घटना मानवीय संघर्ष और कठिन परिस्थितियों के बीच दृढ़ संकल्प का उदाहरण है। इन भाइयों ने विपरीत परिस्थितियों में भी अपनी बहन के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन किया।